
शिलांग में सोनम ने स्कूटी किराए पर ली थी. स्कूटी के मालिक ने संवाद माध्यमों को बताया कि सोनम और राजा 22 मई को आए थे और उन्होंने 4 दिनों के लिए स्कूटी किराए पर ली थी. जब वे समय पर स्कूटी वापस नहीं कर पाए, तो मालिक ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई.
राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है. पता चला है कि सोनम ने शिलांग से एक स्कूटी रेंटल पर ली थी, जिसमें जीपीएस लगा हुआ था. सोनम ने स्कूटी के मालिक से कहा था कि वह इसे 25 मई तक वापस कर देगी. इस स्कूटी के जीपीएस से पुलिस को एक अहम सुराग मिला है, जिससे हत्याकांड की जांच में मदद मिल रही है.
दरअसल, हत्या के बाद सोनम ने मौका-ए-वारदात से 6 किलोमीटर दूर स्कूटी फेंक दी थी. पुलिस ने GPS लोकेशन से स्कूटी को बरामद कर दिया. स्कूटी की GPS लोकेशन एक जगह काफी देर तक दिख रही थी. उस लोकेशन को देखकर वहां पहुंची, जहां तीनों आरोपी और सोनम हत्या के लिए इकट्ठे हुए. स्कूटी की GPS लोकेशन से पुलिस को वो पूरा रूट मैप मिला, जहां-जहां सोनम गई थी. पुलिस के मुताबिक- ये काफी अहम डिजिटल सबूत है.
शिलांग में सोनम ने स्कूटी किराए पर ली थी. स्कूटी के मालिक अनिल ने बताया कि सोनम और राजा 22 मई को आए थे और उन्होंने 4 दिनों के लिए स्कूटी किराए पर ली थी. जब वे समय पर स्कूटी वापस नहीं कर पाए, तो मालिक ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. स्कूटी में लगे जीपीएस के जरिए पुलिस को पता चला कि स्कूटी करीब 100-150 किलोमीटर चली थी और सोनम और राजा चेरापूंजी और डबल डेकर जैसे स्थानों पर गए थे. जीपीएस लोकेशन से यह भी पता चला कि स्कूटी घटनास्थल के पास भी गई थी. स्कूटी मालिक ने पुलिस को जांच में मदद की है और जीपीएस के जरिए मिली जानकारी ने जांच को महत्वपूर्ण दिशा दी है.