असमगुवाहाटीधर्म और आस्था

गुवाहाटी में “ऑपरेशन सिंदूर” की तर्ज पर गणेश पूजा पंडाल

आयोजकों ने बताया कि इस पंडाल का मुख्य उद्देश्य धार्मिक और सामाजिक एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देना है। पंडाल की थीम ‘एकता और सामाजिक सद्भाव’ रखी गई है, ताकि समाज में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का संदेश फैल सके।

सुधीर शर्मा चौधरी

गुवाहाटी, 27 अगस्त 2025/असम.समाचार

गणेश चतुर्थी के अवसर पर गुवाहाटी में भव्य उत्सव का आयोजन किया गया। इस बार फटाशिल आमबाड़ी क्षेत्र में उत्तर-पूर्व भारत की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसकी ऊंचाई 41 फीट 9 इंच है। यह प्रतिमा डॉ. भीमराव अंबेडकर युवा क्लब और तेलुगु एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में बनाए गए विशेष “ऑपरेशन सिंदूर पंडाल” में स्थापित की गई है।

पूरे गुवाहाटी में गणेश मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया है। शहर के विभिन्न हिस्सों में पंडाल निर्माण, प्रसाद वितरण और सुरक्षा व्यवस्था की विशेष तैयारियां की गई हैं।

आयोजकों ने बताया कि इस पंडाल का मुख्य उद्देश्य धार्मिक और सामाजिक एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देना है। पंडाल की थीम ‘एकता और सामाजिक सद्भाव’ रखी गई है, ताकि समाज में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का संदेश फैल सके।

आयोजन से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि इस कार्यक्रम पर करीब 13 से 14 लाख रुपये का बजट खर्च होने का अनुमान है। पंडाल निर्माण, प्रतिमा, अलंकरण, प्रकाश व्यवस्था और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उच्च मानक बनाए रखने का प्रयास किया गया है।

उत्सव के दौरान भजन-कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है। आयोजक उम्मीद कर रहे हैं कि यह महोत्सव सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि सामाजिक एकता और सौहार्द का प्रतीक बनेगा।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!