भारतीय सेना और ITBP ने सीमांत क्षेत्रों में सफलतापूर्वक पूरा किया एकीकृत युद्धाभ्यास तीन सप्ताह चले संयुक्त अभ्यास ने बढ़ाया तालमेल, सीमाई सुरक्षा को मिला नया बल

जयप्रकाश अग्रवाल
तेजपुर, 8 जुलाई
भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने अरुणाचल प्रदेश के अग्रिम सीमांत क्षेत्रों में 16 जून से 7 जुलाई तक तीन सप्ताह लंबा एकीकृत प्रशिक्षण अभ्यास सफलता पूर्वक संपन्न किया। इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य दोनों सुरक्षा बलों के बीच समन्वय, संचार और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमताओं को मजबूत करना था।
प्रशिक्षण के दौरान निगरानी तकनीकों, उत्तरजीविता अभ्यास और सामरिक रणनीतियों पर विशेष ध्यान दिया गया। अभ्यास की सबसे बड़ी चुनौती 48 घंटे का कठिन निगरानी और उत्तरजीविता अभियान रहा, जिसमें जवानों की शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति की कड़ी परीक्षा ली गई।
सेना द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि अभ्यास के दौरान दोनों बलों के प्रतिभागियों ने अनुकरणीय लचीलापन, उच्च स्तर की स्थितिजन्य जागरूकता और नकली परिचालन परिस्थितियों में मिशन निष्पादन का प्रदर्शन किया।
अधिकारियों के अनुसार, यह अभ्यास न केवल सामरिक दृष्टिकोण से अहम रहा, बल्कि सीमा प्रबंधन को सुदृढ़ करने की दिशा में सेना और ITBP के बीच सहयोग को नई ऊंचाई प्रदान करता है। यह अभ्यास दोनों बलों की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति साझा प्रतिबद्धता का भी परिचायक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के संयुक्त अभ्यास सीमाई क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली बनाने के साथ-साथ युद्ध स्थितियों में साझा कार्रवाई को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होते हैं।