शिक्षा

जोरहाट में ग्रीष्मकालीन सांस्कृतिक कार्यशाला का शुभारंभ, विद्यार्थियों को मिलेगा कला विकास का मंच

दीपक मुख्तियार

जोरहाट, 7 जुलाई

असम सरकार के सांस्कृतिक परिक्रमा विभाग द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन सांस्कृतिक कार्यशाला का आज जोरहाट में भव्य शुभारंभ हुआ। इस 15 दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य राज्य के छात्रों को नाटक, संगीत, नृत्य जैसी विविध कलात्मक गतिविधियों से जोड़कर उनके सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है।

कला के क्षेत्र में बच्चों को दी जा रही है नई उड़ान

कार्यशाला के अंतर्गत जोरहाट जिले के विभिन्न शैक्षणिक व सांस्कृतिक संस्थानों में प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया गया है। टीयक विधानसभा क्षेत्र स्थित काकजान उच्चतर माध्यमिक बालक विद्यालय में “भूपेंद्र संगीत” पर आधारित कार्यशाला आयोजित की गई, वहीं जोरहाट थिएटर हॉल के प्रेक्षागृह में नाट्यकला को लेकर विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया गया।

कार्यशाला में बड़ी संख्या में किशोर-किशोरियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिला प्रशासन के अधिकारियों और सांस्कृतिक कर्मियों ने छात्रों से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया। उपस्थित अतिथियों ने इसे एक सकारात्मक पहल बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों को रचनात्मकता और आत्मविश्वास विकसित करने का अवसर मिलता है।

सांस्कृतिक जागरूकता के साथ विकास की ओर कदम

कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि कार्यशाला न केवल कला के प्रति बच्चों में रुचि जागृत करेगी, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी सहायक सिद्ध होगी। प्रशिक्षक छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान कर रहे हैं।

कार्यशाला का आयोजन 15 दिनों तक चलेगा, जिसमें विविध कलात्मक गतिविधियों जैसे लोकनृत्य, अभिनय, वादन, गायन आदि पर आधारित सत्र शामिल हैं।

छात्रों में दिखा उत्साह

कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्रों ने इसे अपनी प्रतिभा निखारने का एक सुनहरा अवसर बताया। एक छात्रा ने कहा, “हमें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है, यह कार्यशाला हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ा रही है।”जोरहाट में आरंभ हुई यह सांस्कृतिक कार्यशाला राज्य के युवाओं को उनकी कला के प्रति जागरूक करने और उन्हें मंच प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

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