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“क्षमा याचना दिवस” पर समाजसेवक रतन शर्मा का संदेश: मानवता, भाईचारे और आत्मशुद्धि का संकल्प

विकास शर्मा

गुवाहाटी, 28 अगस्त 2025/असम.समाचार

क्षमा याचना दिवस के अवसर पर असम एवं नॉर्थ ईस्ट चैप्टर राजस्थान फाऊंडेशन के अध्यक्ष, उद्यमी एवं समाज सेवक रतन शर्मा ने समाज के सभी वर्गों से आपसी सद्भाव, प्रेम और सौहार्द बढ़ाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि, “जीवन का सबसे बड़ा साहस है ,अपनी भूलों को स्वीकार करना और क्षमा माँगना। क्षमा ही सबसे बड़ा आभूषण है।”

रतन शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि क्षमा याचना दिवस केवल धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि मानवता का प्रतीक, भाईचारे का संकल्प और आत्मशुद्धि का मार्ग है। इस दिन व्यक्ति अपने वचनों, कर्मों और विचारों से यदि किसी को कष्ट पहुँचाया हो तो नतमस्तक होकर क्षमा याचना करता है।

उन्होंने आगे कहा कि यह अवसर है अहंकार त्यागने, टूटे रिश्तों को जोड़ने और प्रेम व विश्वास की नई नींव रखने का।“आइए, हम सब मिलकर इस क्षमा याचना दिवस पर हृदय की गहराइयों से एक-दूसरे से क्षमा माँगें और क्षमा प्रदान करें, ताकि समाज में शांति और सौहार्द और अधिक मज़बूत हो सके,” उन्होंने कहा।

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