रोहा के कवि लखीप्रसाद डेका की कविता ‘सोनाली आघोन’ दर्ज हुई इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में, संस्कारध्वनी फाउंडेशन ने किया सम्मानित

रोहा 27 जून(असम.समाचार)
सोयल खेतान, रोहा
रोहा के खारगांव निवासी कवि, लेखक एवं शिक्षक लखीप्रसाद डेका की कविता ‘सोनाली आघोन’ को “सर्व कवियों की सर्व कविता” शीर्षक से प्रकाशित काव्य संकलन में शामिल किया गया है, जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इस उपलब्धि को लेकर पूरे क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
यह काव्य संकलन संस्कारध्वनी फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित “द्रौपदी – असमीया मातृभाषा काव्य संकलन” का हिस्सा है, जिसे देशभर के कवियों की श्रेष्ठ कविताओं में से चुना गया और “सर्वकाल का रिकॉर्ड” स्थापित करने वाला संकलन माना गया है।
इसी उपलक्ष्य में गुवाहाटी स्थित श्रीश्री माधवदेव अंतरराष्ट्रीय प्रेक्षागृह, श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में लखीप्रसाद डेका को फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र और संस्कार कवच प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने कहा कि लखीप्रसाद डेका जैसे रचनाकारों की उपस्थिति असमीया साहित्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध हो रही है। डेका के इस सम्मान से रोहा सहित समूचे साहित्यिक समाज में गर्व और उत्साह का माहौल देखा गया।
लखीप्रसाद डेका ने सम्मान मिलने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि मातृभाषा, समाज और विद्यार्थियों को समर्पित है।