राजस्थान फाउंडेशन असम (नॉर्थ ईस्ट) चैप्टर की ऐतिहासिक प्रथम बैठक सम्पन्न

विकास दाधीच गुवाहाटी, 28 जुलाई / असम.समाचार
राजस्थानियों की एकता और परंपरा को नई दिशा देने के उद्देश्य से राजस्थान फाउंडेशन असम (नॉर्थ ईस्ट) चैप्टर की ऐतिहासिक प्रथम कार्यकारिणी बैठक गुवाहाटी के अनील प्लाज़ा, जी.एस. रोड में उत्साह और समर्पण के माहौल में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता रतन शर्मा (अध्यक्ष) ने की, जबकि संचालन शंकर बिड़ला (महासचिव) द्वारा किया गया। बैठक में संगठन की संरचना, सदस्यता विस्तार, भविष्य की योजनाएं, युवाओं और महिलाओं की भागीदारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
भविष्य की योजनाएं और संकल्प
अध्यक्ष रतन शर्मा ने बताया कि “माननीय मुख्यमंत्री असम से सकारात्मक संवाद हुआ है और जल्द ही फाउंडेशन के भवन हेतु भूमि प्राप्त होने की संभावना है।” साथ ही निर्णय लिया गया कि पूर्वोत्तर के प्रत्येक राज्य में समाज के प्रतिनिधियों को संगठित कर कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा, जिससे संगठन को सशक्त दिशा दी जा सके।
फाउंडेशन के उपाध्यक्ष महावीर जैन, प्रदीप भड़ेच और विजय सिंह डागा ने प्रेरणादायी सुझाव साझा किए। कार्यकारिणी सदस्यों ने एकजुट होकर संकल्प लिया कि “हम अधिकाधिक लोगों को फाउंडेशन से जोड़ेंगे और संगठन को मजबूत बनाएंगे।”
सांस्कृतिक समन्वय को बढ़ावा देने के लिए यह भी निर्णय लिया गया कि असम के साहित्यकारों को राजस्थान की जन्मभूमि में आमंत्रित किया जाएगा।
प्रमुख पदाधिकारीगण की उपस्थिति
बैठक में रतन शर्मा, महावीर जैन, प्रदीप अग्रवाल भड़ेच, विजय सिंह डागा, शंकर बिड़ला, प्रदीप भुवालका, अजय भंसाली, नारायण सिंह नरूका, दिनेश पारीक, रमेशकुमार चांडक, बजरंग सुराणा, प्रेमचंद खजांची, रावत मल भुरट, निर्मल कुमार गोलछा, गणेश कुमार चौधरी, महेश चाचान और हेमंत वर्मा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
एक स्वर में लिया गया संकल्प
सभा के समापन पर सभी सदस्यों ने कहा –
“राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत में बसे प्रत्येक राजस्थानी को एक सशक्त मंच प्रदान कर, हम अपने सांस्कृतिक, सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों को सुरक्षित और समृद्ध करेंगे।”
महासचिव शंकर बिड़ला ने बैठक का समापन करते हुए कहा –
“हर घर राजस्थानी – हर मन राजस्थानी। यही है हमारा उद्देश्य, यही है हमारी पहचान।”