शुभम चैरिटेबल ने किया सरकार का आभार, “जीरो वेस्ट पीरियड मिशन” को मिली सराहना
शुभम चैरिटेबल की अध्यक्ष पुष्पा बजाज एवं प्रबंधन प्रमुख सिल्की बजाज ने वित्त मंत्री को रीयूज़ेबल सैनिटरी पैड्स की विशेषताओं से अवगत कराया

सुशील दाधीच
शिलांग 12 जुलाई
(असम.समाचार)
शुभम चैरिटेबल एसोसिएशन ने केंद्र एवं राज्य सरकार के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें यह गौरवमयी अवसर प्राप्त हुआ कि वे अपने “ जीरो वेस्ट पीरियड मिशन” एवं रीयूज़ेबल सैनिटरी पैड निर्माण कार्य को भारत सरकार की माननीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष प्रस्तुत कर सकें। यह आयोजन मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले के सुरम्य गांव लेटकिनस्यू (Laitkynsew) में संपन्न हुआ।
इस भव्य समारोह में वित्त मंत्री के साथ मेघालय की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अम्परीन लिंग्दोह, मुख्य सचिव श्री डी.पी. वहलांग (IAS), वरिष्ठ अधिकारी विजय कुमार (IAS), आर.के. बिडुरी (IAS), उपायुक्त श्री कुर्बाह, ग्राम प्रमुख (सोरदार) तथा अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं “लखपति कोंग” महिलाएं आत्मनिर्भरता की प्रतीक, जो SHG (Self Help Group) के माध्यम से तैयार हस्तनिर्मित एवं पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों का प्रभावशाली प्रदर्शन कर रहीं थीं।
शुभम चैरिटेबल की अध्यक्ष पुष्पा बजाज एवं प्रबंधन प्रमुख सिल्की बजाज ने वित्त मंत्री को रीयूज़ेबल सैनिटरी पैड्स की विशेषताओं से अवगत कराया और उनके सामाजिक एवं पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला।
दोपहर 1:30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंची वित्त मंत्री सीतारमण ने महिलाओं के नवाचारों की सराहना की और SHG आधारित आजीविका को “विकसित भारत 2047” की रीढ़ बताया। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से ऐसे प्रयासों को निरंतर समर्थन देने की बात कही और राज्य सरकार की पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
शुभम चैरिटेबल एसोसिएशन पिछले 28 वर्षों से मेघालय में सक्रिय रूप से
ग्रामीण महिलाओं के कौशल विकास,
आजीविका संवर्धन,
मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता,
एवं प्लास्टिक मुक्त समाज के निर्माण हेतु कार्यरत है।
एसोसिएशन का लक्ष्य है कि हर ब्लॉक से कम से कम 10 महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए और राज्य को सैनिटरी कचरे से मुक्त किया जा सके।
अध्यक्ष पुष्पा बजाज ने कहा, “हम विश्वास करते हैं कि हर महिला के भीतर परिवर्तन की चिंगारी होती है आवश्यकता है उसे सही दिशा व अवसर प्रदान करने की।”
उन्होंने अंत में सभी अधिकारियों, सहयोगी संस्थाओं एवं उपस्थित महिलाओं का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।