चराईदेव और कामरूप में रिश्वतखोर अफसरों पर शिकंजा, सतर्कता निदेशालय की ताबड़तोड़ कार्रवाई
गुवाहाटी, 4 जुलाई (असम.समाचार)
विकास शर्मा
राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए असम सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने शुक्रवार को दो अलग-अलग मामलों में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। दोनों घटनाओं में आरोपी अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
पहला मामला चराईदेव जिले का है, जहां आबकारी विभाग के उप अधीक्षक प्रसंता कुमार गोगोई और कांस्टेबल बिश्वजीत गोगोई ने एक देशी शराब दुकान के स्थानांतरण की अनुमति देने के एवज में 40,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने के बजाय सतर्कता निदेशालय को सूचित किया। निदेशालय की टीम ने 4 जुलाई को सोनई थाना क्षेत्र के पास जाल बिछाकर दोनों को 20,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, दूसरे मामले में रंगिया (कामरूप) के राजस्व सर्कल कार्यालय में कार्यरत दिम्बेस्वर हलोई को एक व्यक्ति से भूमि म्यूटेशन के नाम पर 60,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में पकड़ा गया। उसे 10,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
दोनों मामलों में रिश्वत की रकम मौके पर ही जब्त कर ली गई है और कार्रवाई स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में की गई। दोनों अभियुक्तों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7(ए) के तहत केस क्रमांक 41/2025 और 42/2025 दर्ज किए गए हैं।
सतर्कता निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान आगे भी सख्ती से जारी रहेगा और किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।