नगांव में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गिर नस्ल की गायों के वितरण में हुए कथित घोटाले के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही गिर गाय योजना के तहत असली लाभार्थियों — गौ-पालकों और किसानों — को वंचित कर भाजपा मंत्रियों और विधायकों के परिजनों के नाम पर गायें आवंटित की गईं।
प्रदर्शन का आयोजन असम प्रदेश किसान कांग्रेस और नगांव जिला किसान कांग्रेस की अगुवाई में किया गया। कार्यक्रम स्थल था नगांव के शहीद भवन के समीप, जहां सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर नारेबाज़ी की और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर कांग्रेस कर्मियों के तीखे नारे गूंजे जिसमें कहा गया कि:“गाय चोर होशियार!”“मंत्री जयंत मल्ल बरुआ इस्तीफा दो!”“गिर गाय घोटाले की जांच करो!”“भाजपा हाय-हाय!”“कांग्रेस जिंदाबाद!”प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नगांव जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत सइकिया ने कहा, “गौरक्षा के नाम पर भाजपा ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है। गायें उन लोगों को दी गईं जिनका पशुपालन से कोई लेना-देना नहीं है, सिर्फ सत्ता से नजदीकी है।”रूपहीहाट के विधायक नुरुल हुड्डा ने घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि “यह योजनाबद्ध लूट है। वास्तविक किसानों के नाम काटकर सरकारी गायें मंत्रियों के रिश्तेदारों को दे दी गईं।”इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मृणाल हाजरिका, हिमाश्री राजा, सुंदर नेउग, किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीपांकर हाजरिका, रूपाली सइकिया, पल्लव ज्योति नाथ समेत महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और सेवा दल के अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि अगर जल्द इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं हुई, तो राज्यभर में और उग्र आंदोलन होंगे।