असम मोटर श्रमिक संगठनों के संयुक्त मंच का आह्वान : 9 जुलाई को 24 घंटे का चक्का जाम, समूचे असम के साथ नगांव में भी देखा गया बंद का असर

ओमप्रकाश शर्मा
गुवाहाटी/नगांव, 9 जुलाई
असम के मोटर परिवहन श्रमिक संगठनों के संयुक्त मंच द्वारा आहूत 24 घंटे के चक्का जाम का आज पूरे राज्य में व्यापक असर देखने को मिला। यह हड़ताल राज्य के परिवहन श्रमिकों की विभिन्न मांगों को लेकर की गई।
संगठनों ने निम्नलिखित प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की थी जिसमें कहा गया कि“असम मोटर परिवहन श्रमिक सामाजिक सुरक्षा योजना” को तुरंत लागू किया जाए।चालकों के लिए मोटर वाहन अधिनियम 2019 के खतरनाक संशोधन को रद्द किया जाए।भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 106(2) को रद्द किया जाए।’टोल टैक्स’ के नाम पर नए-नए कर थोपने की प्रक्रिया बंद हो।विभिन्न प्रकार के जुर्माने और फाइन की प्रक्रिया को तुरंत समाप्त किया जाए।श्रमिकों के अर्जित अधिकारों को छीनने वाले सभी कानूनों को रद्द किया जाए।
नगांव में बंद का दिखा खासा असर
नगांव में इस बंद का पूरा असर देखा गया। नगांव जिला ट्रक मालिक और श्रमिक संस्था के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। सड़क पर प्रदर्शन करते हुए कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही रोकी गई। पुलिस प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
इस बंद के कारण आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सड़क परिवहन ठप रहा, स्कूल, कार्यालय और बाजारों में उपस्थिति कम रही। स्थानीय व्यापार भी प्रभावित हुआ।
संयुक्त मंच ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कदम नहीं उठाया, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।