जोरहाट में नशीली दवाओं के खिलाफ जागरूकता अभियान, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने भरी हुंकार
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि नई पीढ़ी को नशीली दवाओं से बचाने के लिए समाज के हर स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाना आवश्यक है। उन्होंने कहा, “21वीं सदी के समाज की एकता और जागरूकता से ही इस बुराई को खत्म किया जा सकता है।”

दीपक मुख्तियार
जोरहाट, 22 जुलाई (असम.समाचार)
नशीली दवाओं के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आज जोरहाट के प्रिज्म बैंक्वेट में जीके फाउंडेशन की पहल पर जोरहाट जिला प्रशासन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 5 बजे दीप प्रज्वलन और जोरहाट शंकरदेव विद्या निकेतन के छात्रों द्वारा राष्ट्रगान से हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि नई पीढ़ी को नशीली दवाओं से बचाने के लिए समाज के हर स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाना आवश्यक है। उन्होंने कहा, “21वीं सदी के समाज की एकता और जागरूकता से ही इस बुराई को खत्म किया जा सकता है।”
इस अवसर पर जोरहाट जिला आयुक्त जय शिवानी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेतांग मिश्रा, जिला न्यायाधीश प्रांजल दास और उत्तर कमलाबाड़ी सत्र के सत्राधिकार श्री श्री जनार्दन देव गोस्वामी ने नशीली दवाओं के सामाजिक और पारिवारिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।
जोरहाट मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. कमला डेका ने नशीली पदार्थों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर परिणामों की जानकारी दी। जीके फाउंडेशन के अधिवक्ता सारथक गोस्वामी ने मुख्य अतिथि को शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
कार्यक्रम में जीके फाउंडेशन के प्रबंध ट्रस्टी निरंजन शर्मा, जिला प्रशासन के अधिकारी, विशिष्ट नागरिक, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।