असम में जामियत उलेमा-ए-हिंद अध्यक्ष के बयान पर बवाल, एएएनवाईएसयू ने फूंका महमूद मदनी का पुतला
"हम असम के स्वदेशी लोग कभी भी ऐसे बयानों को स्वीकार नहीं करेंगे जो हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और नेतृत्व को चुनौती दें। असम बाहरी राजनीतिक हस्तक्षेप का मैदान नहीं है। हम अपने भूमि, अधिकार और अस्मिता की रक्षा की मांग करते हैं।"

कनक चंद्र बोरो
कोकराझार, 24 अगस्त 2025/असम.समाचार
असम में जामियत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष महमूद असद मदनी के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के इस्तीफे की मांग वाले बयान को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। राज्यभर में विभिन्न स्वदेशी संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है।
रविवार शाम अखिल असम नाथ योगी छात्र संघ (AANYSU) ने तीव्र विरोध प्रदर्शन करते हुए मदनी के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जामियत अध्यक्ष का पुतला जलाकर उनके बयान का विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शन के दौरान एएएनवाईएसयू के अध्यक्ष अरविंद नाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“हम असम के स्वदेशी लोग कभी भी ऐसे बयानों को स्वीकार नहीं करेंगे जो हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और नेतृत्व को चुनौती दें। असम बाहरी राजनीतिक हस्तक्षेप का मैदान नहीं है। हम अपने भूमि, अधिकार और अस्मिता की रक्षा की मांग करते हैं।”
इस घटना के बाद प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और विभिन्न संगठनों ने सरकार से कठोर रुख अपनाने की मांग की है।