कामाख्या नरबलि टिप्पणी मामला: क्राइम ब्रांच ने राजा रघुवंशी के भाई-बहन से की पूछताछ

गुवाहाटी, 1 अगस्त/असम.समाचार
राजधानी गुवाहाटी में आज एक चर्चित प्रकरण में नया मोड़ आया जब गुवाहाटी पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं चर्चित टीवी पैनलिस्ट राजा रघुवंशी के परिवारजनों से गहन पूछताछ की। यह कार्रवाई एक टेलीविजन टॉक शो में राजा रघुवंशी द्वारा कामाख्या मंदिर में कथित नरबलि होने संबंधी विवादास्पद टिप्पणी के बाद दर्ज एफआईआर के सिलसिले में की गई।
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कामाख्या नरबलि टिप्पणी मामला: क्राइम ब्रांच ने राजा रघुवंशी के भाई-बहन से की पूछताछ
पुलिस सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच की टीम ने राजा रघुवंशी के बड़े भाई बिपिन रघुवंशी और बहन श्रुति रघुवंशी को आज सुबह पूछताछ के लिए बुलाया। दोनों से रघुवंशी के वक्तव्यों, उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि, धार्मिक विचारों और संभावित स्रोतों के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई। पूछताछ का दौर लगभग तीन घंटे चला, जिसमें दोनों ने पूछताछ में सहयोग किया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व एक निजी समाचार चैनल के लाइव डिबेट कार्यक्रम में राजा रघुवंशी ने कामाख्या मंदिर को लेकर की गई एक कथित टिप्पणी में “आज भी नरबलि जैसी परंपराएं निभाई जाती हैं” जैसे कथन किए थे। इस बयान से धार्मिक भावनाएं आहत होने का हवाला देते हुए गुवाहाटी के विभिन्न धार्मिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने तीव्र विरोध जताया था और राजा रघुवंशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
गुवाहाटी क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, “यह पूछताछ जांच का एक नियमित हिस्सा है। हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि विवादित टिप्पणी के पीछे कोई पूर्व नियोजित उद्देश्य था या नहीं। अभी तक राजा रघुवंशी को पूछताछ के लिए तलब नहीं किया गया है, लेकिन आगे की कार्रवाई जांच की प्रगति पर निर्भर करेगी।”
बिपिन रघुवंशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम कानून का सम्मान करते हैं और जांच में पूरा सहयोग दे रहे हैं। हमारा परिवार कभी भी अंधविश्वास या किसी असंवैधानिक प्रथा का समर्थन नहीं करता। राजा ने जो भी कहा, वो ऐतिहासिक सन्दर्भों और शोध ग्रंथों के आधार पर कहा गया होगा, इसमें किसी की भावना को ठेस पहुँचाने का उद्देश्य नहीं था।”
विवाद और सामाजिक प्रतिक्रिया
राजा रघुवंशी की टिप्पणी के बाद से सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ वर्ग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता करार दे रहे हैं, वहीं कई धार्मिक संगठनों ने इसे आस्था पर हमला बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्राइम ब्रांच आगे राजा रघुवंशी को पूछताछ के लिए बुलाती है या नहीं। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
नोट:-यह एक संवेदनशील मामला है। प्रशासन और पुलिस द्वारा जांच जारी है। असम.समाचार पाठकों से अपील करता है कि अफवाहों से दूर रहें और आधिकारिक पुष्टि पर ही विश्वास करें।
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