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हरिद्वार मनसा देवी मंदिर हादसा: भगदड़ में 8 श्रद्धालुओं की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक

मनसा देवी मंदिर उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां रोज़ाना सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। सप्ताहांत पर यूपी, दिल्ली और अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। रविवार को भी मंदिर में भारी भीड़ थी, जिसके चलते हादसा हुआ।

 

राष्ट्रीय डेस्क/असम.समाचार

हरिद्वार 27 जुलाई

रविवार सुबह हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में दर्शन के दौरान मची भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 35 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसा सुबह की आरती के समय तब हुआ जब मंदिर परिसर में भीड़ अचानक अनियंत्रित हो गई। अफरा-तफरी के बीच धक्का-मुक्की शुरू होने से भगदड़ मच गई।

गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने हादसे में आठ लोगों की मौत की पुष्टि की है। घायल श्रद्धालुओं को हरिद्वार जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने घटना की मैजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

हेल्पलाइन नंबर जारी

प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र, हरिद्वार: 01334-223999, 9068197350, 9528250926

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, देहरादून: 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404

 

अफवाह से बिगड़े हालात

पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मंदिर मार्ग से लगभग 100 मीटर नीचे सीढ़ियों पर बिजली का झटका लगने की अफवाह फैल गई, जिसके कारण श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। अचानक हुई धक्का-मुक्की के चलते कई लोग गिर पड़े और भगदड़ में दबकर जान गंवा बैठे।

भीड़ और अव्यवस्था मुख्य कारण

कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि अचानक बढ़ी भीड़ और अव्यवस्थित प्रवेश-निकास व्यवस्था के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। मौके पर पहुंची पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

शनिवार-रविवार को उमड़ती है भारी भीड़

मनसा देवी मंदिर उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां रोज़ाना सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। सप्ताहांत पर यूपी, दिल्ली और अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। रविवार को भी मंदिर में भारी भीड़ थी, जिसके चलते हादसा हुआ।

 

 

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