असम

नगांव:अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद संदिग्धों की बढ़ी आवाजाही, नगांव में प्रशासन अलर्ट

असम सरकार पिछले कई महीनों से ब्रह्मपुत्र नदी के किनारों और वन क्षेत्रों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए राज्यव्यापी अभियान चला रही है। इस दौरान हजारों परिवारों को हटाया गया है, जिनमें से अधिकांश अब नए ठिकाने की तलाश में हैं।

विकास शर्मा/असम.समाचार

नगांव, 24 जुलाई

अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद संदिग्धों की बढ़ी आवाजाही, नगांव में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट के मूड में दिखाई पड़ रहा है।

असम के विभिन्न जिलों में जारी अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद नगांव और आसपास के क्षेत्रों में संदिग्ध लोगों की गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन संदिग्धों की उपस्थिति नगांव जिले के सामागुड़ी, रूपही, धींग, जुरिया, लाहोरीघाट के साथ-साथ नगांव और मोरीगांव से सटे ब्रह्मपुत्र तटीय क्षेत्रों में देखी जा रही है।

स्थानीय सूत्रों ने खुलासा किया है कि निचले, ऊपरी और मध्य असम से बड़ी संख्या में लोग छोटे वाहनों के जरिए, विशेषकर रात्रि के समय, इन इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाए जाने के बाद विस्थापित समूहों का रुख अब नगांव जिले की ओर बढ़ रहा है।

कई लोगों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि पुलिस को रात में आने वाली बसों और वाहनों की गहन जांच करनी चाहिए, क्योंकि इनसे उतरने वाले संदिग्ध लोगों की गतिविधियां चिंताजनक प्रतीत हो रही हैं।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत राज्यभर में अतिक्रमणकारियों को हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रशासन का मानना है कि यह सख्ती भूमि और पर्यावरण की रक्षा के लिए आवश्यक है, लेकिन इससे प्रभावित लोग अब नए ठिकानों की तलाश में हैं।

नगांव जिला पुलिस ने इस बढ़ती आवाजाही को देखते हुए विशेष गश्त की व्यवस्था की है। साथ ही, रात के समय बाहरी वाहनों और बसों की सघन जांच की योजना बनाई जा रही है।

असम सरकार पिछले कई महीनों से ब्रह्मपुत्र नदी के किनारों और वन क्षेत्रों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए राज्यव्यापी अभियान चला रही है। इस दौरान हजारों परिवारों को हटाया गया है, जिनमें से अधिकांश अब नए ठिकाने की तलाश में हैं।

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