
ओमप्रकाश शर्मा
गुवाहाटी, 19 जुलाई(असम.समाचार)
डिब्रूगढ़ के एक टैक्स कंसल्टेंट को साइबर अपराधियों द्वारा ठगे गए ₹16 लाख की रकम को सीआईडी असम ने त्वरित कार्रवाई कर फ्रीज कर दिया। पीड़ित व्यक्ति एक फर्जी रियल एस्टेट कंपनी के झांसे में आकर 27 अगस्त 2024 को आरटीजीएस के माध्यम से यह रकम भेज बैठा था।
शिकायत 15 जुलाई 2025 को साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दर्ज होते ही सीआईडी असम ने संबंधित बैंकों के नोडल अधिकारियों को फोन और ईमेल द्वारा सतर्क किया। जांच में पता चला कि ठगी की रकम दो अलग-अलग बैंक खातों में स्थानांतरित की गई थी। सीआईडी और बैंक अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई से पूरी राशि को ट्रेस कर रोक दिया गया।
जनता को दी गई चेतावनी
सीआईडी असम ने नागरिकों और कारोबारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
व्हाट्सऐप या अन्य मैसेजिंग ऐप्स पर मिले वित्तीय संदेशों पर भरोसा न करें, भले ही वे किसी परिचित के नाम से आएं।
किसी भी वित्तीय लेनदेन से पहले व्यक्ति से सीधे कॉल कर पुष्टि करें।
केवल संदेशों के आधार पर पैसे ट्रांसफर न करें।
सोशल मीडिया पर अप्रमाणित विज्ञापनों से बचें।
किसी भी संदिग्ध धोखाधड़ी की तुरंत शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर करें या www.cybercrime.gov.in पर जाएं।
सीआईडी ने कहा है कि साइबर अपराधों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और जनता की सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।