पुलिस पर हमला: गोलपाड़ा के पाइकन में हिंसा भड़की, रैपिड एक्शन फोर्स तैनात, एक की मौत, कई घायल
इलाके में पत्थरबाजों की जमात सक्रिय हुई, उपद्रवियों ने स्कूल में लगाई आग

मनोज दास
गोलपाड़ा, 17 जुलाई(असम.समाचार)
असम के गोलपाड़ा ज़िले के पाइकन आरक्षित वन क्षेत्र में गुरुवार को बड़ा बवाल खड़ा हो गया जब हाल ही में अतिक्रमण हटाने के बाद गश्त कर रही पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम पर असामाजिक तत्वों ने अचानक पथराव कर दिया। इस हमले में कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई है।
स्थिति के बिगड़ते ही प्रशासन ने रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को मौके पर बुलाया और क्षेत्र में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
घटनाक्रम:
जब प्रशासन की टीम नियमित गश्त कर रही थी, तभी उपद्रवियों ने पत्थरबाज़ी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने पहले लाठीचार्ज और फिर फायरिंग की। इस दौरान उपद्रवियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में कई घायल हुए। मृतक की पहचान फिलहाल चाकोआर हुसैन (20) के रूप में की गई है।
स्कूल में लगाई आग:
बेकाबू भीड़ ने नजदीकी एक स्कूल को आग के हवाले कर दिया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। सुरक्षाबलों ने किसी तरह हालात को काबू में लिया।
मुख्यमंत्री का रुख सख्त:
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस घटना को अतिक्रमण के खिलाफ की जा रही कड़ी कार्रवाई का परिणाम बताया और कहा कि सरकार किसी भी अवैध घुसपैठ या अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि अब तक 1,19,548 बीघा भूमि खाली करवाई जा चुकी है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप:
सरकार की कार्रवाई को लेकर विपक्ष और तृणमूल कांग्रेस ने सरकार पर “बंगाली विरोधी” रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। वहीं, सरकार का कहना है कि यह बयानबाज़ी बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाने की साज़िश है।
जाँच और शांति की अपील:
घटना की जांच जारी है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।