खाटू श्यामजी में दुकानदारों की गुंडागर्दी: श्रद्धालुओं को पीटा, महिलाओं पर बरसी लाठियां, चार गिरफ्तार

राष्ट्रीय डेस्क,
सीकर, राजस्थान 11 जुलाई
(असम.समाचार)
राजस्थान के प्रसिद्ध तीर्थस्थल खाटू श्यामजी में श्रद्धालुओं के साथ हुई शर्मनाक घटना ने भक्तों को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार को हुई इस घटना में स्थानीय दुकानदारों ने मामूली कहासुनी के बाद श्रद्धालुओं को बीच सड़क पर बेरहमी से पीट दिया, यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। घटना का वीडियो और उसकी फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोगों में जबरदस्त आक्रोश है।
बारिश से बचने गए थे दुकान में, दुकानदारों ने किया हमला
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को भारी बारिश के दौरान कुछ श्रद्धालु पास की एक दुकान में शरण लेने चले गए। इस पर दुकानदार ने उन्हें बाहर निकलने को कहा, जिससे कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दुकानदार और उसके कर्मचारियों ने लाठी-डंडों से श्रद्धालुओं पर हमला बोल दिया। वायरल वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि महिलाएं भी इस हमले का शिकार बनीं।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, चार आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर गूंजा विरोध, सख्त कार्रवाई की मांग
फ़ोटो और वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। एक यूजर ने लिखा—
“आस्था के स्थल को अपवित्र करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
एक अन्य ने कहा-
“महिलाओं पर लाठियां चलाना बर्बरता है। खाटू श्यामजी जैसे पवित्र स्थल की गरिमा को ठेस पहुंची है।”
श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने मंदिर परिसरों और धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि अगर इस तरह की घटनाएं होती रहीं तो देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की श्रद्धा और विश्वास पर असर पड़ेगा।
हाल में बालाजी मंदिर में भी हुई थी मारपीट
गौरतलब है कि इससे पहले भी राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में सुरक्षागार्डों द्वारा श्रद्धालुओं के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था, जिससे लोगों ने गहरी नाराजगी जताई थी।
फिलहाल खाटू श्यामजी मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन श्रद्धालुओं की मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।