मुद्दा गरम है

कोकराझार में कामतापुर राज्य डिमांड काउंसिल की पहली वार्षिक बैठक सम्पन्न, शांति समझौते की मांग को लेकर 20 जुलाई को दिसपुर में प्रदर्शन का ऐलान

कोकराझार, 29 जून(असम.समाचार)

कनक चंद्र बोरो

कोकराझार जिला कामतापुर राज्य डिमांड काउंसिल (KSDC) की पहली वार्षिक बैठक रविवार को कालिपुखुरी में आयोजित की गई। इस अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। दिनभर चले इस सत्र में संगठन ने अपनी मुख्य मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया।

 

बैठक में KSDC ने केंद्र सरकार से कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (KLO) के दोनों गुटों — जीवन सिंघा और डी.एल. कोच के नेतृत्व वाले — के साथ जल्द से जल्द शांति समझौता करने की मांग की। इसके साथ ही कोच राजबोंगशी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने, प्रस्तावित कामतापुर राज्य की पुनःस्थापना और कामतापुरी-कोच राजबोंगशी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।

बैठक को संबोधित करते हुए KSDC के जिला अध्यक्ष बनिराम बर्मन ने कहा कि केंद्र सरकार और KLO प्रमुख जीवन सिंघा के बीच अब तक सात दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया है। उन्होंने BLT और NDFB जैसे संगठनों के साथ हुए शांति समझौतों का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार को अब कामतापुर मुद्दे पर भी निर्णायक कदम उठाना चाहिए।

KSDC ने इस मुद्दे पर दबाव बनाने के लिए 20 जुलाई को दिसपुर में एक विशाल विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। यह प्रदर्शन सरकार से दोनों गुटों के साथ तत्काल शांति वार्ता शुरू करने की मांग को लेकर होगा।

बैठक का समापन “शांति समझौता करो” और “जीवन सिंघा व डी.एल. कोच ज़िंदाबाद” जैसे नारों के साथ हुआ, जिससे संगठन की मांगों को और बल मिला।

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